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Who We Are
अनुराधा प्रकाशन द्वारा पिछले 13 वर्षों से राष्ट्रीय पाक्षिक समाचार पत्र ‘उत्कर्ष मेल’ ‘utkarsh mail’ प्रकाशित किया जा रहा है जिसमें साहित्य, अध्यात्म एवं विभिन्न राष्ट्रीय मुद्दों का चिंतन प्रस्तुत किया जाता है । प्रसन्नता की बात है कि राष्ट्रीय स्तर पर साहित्यकार समूह इसको अपना रहा है । उनकी रचनाएं इसमें प्रकाशित की जाती हैं । इस से पूर्व अध्यात्मिक मासिक पत्रिका ‘व्यावहारिक अध्यात्म’का भी प्रकाशन 16 वर्षों तक (अव्यवसायिक) सफलतापूर्वक किया जिसको वर्ष 2009 में तत्कालीन दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित जीने ‘नैतिक सम्मान’ प्रदान किया था तथा ब्रिटेन में तत्कालीन प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर जीने प्रशंशा पत्र प्रदान किया …यह प्रकाशन परिवार के लिए गौरव की बात है ..
पुस्तकों का प्रकाशन :-
वर्ष 2012 से पुस्तक प्रकाशन प्रारंभ हुआ ….प्रसन्नता की बात एवं प्रभु कृपा है कि गत् 4–5 वर्षों से तीव्र गति से साहित्यकार समूह प्रकाशन के साथ जुड़ रहा है और विभिन्न प्रदेशों के नवोदित एवं प्रतिष्ठित साहित्यकारों की पुस्तकें हिन्दी, अंग्रेजी, मैथिली भाषा में प्रकाशित हो रही है । अभी हाल ही में पंजाबी, पर्शियन भाषा में भी पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं ….. प्रकाशन परिवार के लिए हर्ष एवं गर्व का विषय है कि प्रकाशन की 4 पुस्तकें (हिंदी), 2पुस्तकें (हिंदी) हिंदी अकादेमी से पुरस्कृत हो चुकी हैं, तथा रक्षा मंत्रालय की लाइब्रेरी हेतु अनेक हिंदी, अंग्रेजी की पुस्तकों का चयन हुआ है …..साथ ही गाँधी जी की 150वी जयंती को समर्पित काव्य संग्रह ‘बापू तेरे देश में’ जिसके यशस्वी लेखक डॉक्टर सुधीर सिंह जी हैं,का लोकार्पण महान संत मोरारी बापू जी ने किया तथा इसी पुस्तक को तत्कालीन राष्ट्रपति महामहिम रामनाथ कोविंद जी को भेंट करने हेतु राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया गया. अनेक अंग्रेजी की पुस्तको का तथा ‘उत्कर्ष मेल’ राष्ट्रिय पाक्षिक पत्र का लोकार्पण तत्कालीन उपराष्ट्रपति श्री एम् वेंकैया नायडू जी ने किया है ….हिंदी तथा इंग्लिश की पुस्तको का लोकार्पण वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी ने भी किया …
प्रकाशन द्वारा पुस्तकों का प्रचार–प्रसार राष्ट्रीय समाचार पत्र ‘उत्कर्ष मेल’ एवं अन्य पत्रों के माध्यम से किया जाता है । सोशल मीडिया में प्रकाशन के साथ लगभग 2 करोड़ से अधिक साहित्यकार वर्ग जुड़ा है । उसमें भी पुस्तक को प्रचारित एवं प्रसारित किया जाता है । पुस्तकों का प्रकाशन आपसी सहयोग से किया जाता है । प्रकाशन द्वारा पुस्तक की ई–बुक भी बनवाई जाती है । जिसके परिणाम स्वरूप पूरे विश्व में पुस्तक उपलब्ध हो जाती है ।
लेखक एवं प्रकाशन के बीच अनुबंध होता है जिसमें स्पष्ट लिखा जाता है कि पुस्तक की hardcopy बिक्री से प्राप्त होने वाली राशि का तथा ebook से प्राप्त होने वाली राशि का आपस में किस प्रकार बांटा जाएगा ।
राष्ट्रभाषा के प्रचार–प्रसार एवं नवोदित साहित्यकारों को एक मंच प्रदान कराने के उद्देश्य से अनुराधा प्रकाशन द्वारा अनेक साझा काव्य एवं कहानी/लघु कथा विशेष प्रकाशित किए हैंं यह क्रम निरंतर चल रहा है । काव्य सुगंध –1, काव्य सुगंध –2, काव्य सुगंध –3 प्रकाशित हुए जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से साहित्यकार कवि/कवयत्रियां जुड़े । इसके उपरान्त ‘काव्य कलश’ नाम से भी 2 साझा संकलन प्रकाशित हुए हैं । अंक–3 प्रकाशनाधीन है । लघुकथा कहानी–संस्मरण के 4 अंक प्रकाशित हो चुके है । सृजन सागर–1, 2, 3 कथा कौमुदि–1 तथा भाग–2 के बाद अनेक साझा संकलन प्रकाशित हो चुके हैं और यह प्रक्रिया निरंतर कार्यरत है ..
Anuradha Prakashan, the publishing house of long standing of a decade has been engaged in the area of publication of books/magazine/newspaper beside taking on the jobs from various organizations for miscellaneous publication for their organizations’ usage. Anuradha Prakashan has the privilege of distinguished patronage of eminent author / poet / educationist / behavioral scientist Professor Group Captain O. P. Sharma from the commencement of its publication. Today Anuradha Prakashan is sought for by a large number of authors / poets of eminence.
The two star publications of Anuradha Prakashan are :
(i) Monthly Magazine focused on Behavioral Spirituality ‘Vyavharik Adhyatma’
(ii) Fortnightly National Newspaper – ‘UTKARSH MAIL’
A youth Icon and well acclaimed Editor Manmohan Sharma has acquired a special niche in Hindi and English Journalism through his two products one monthly and other fortnightly with creative originality ,creativity and lucidity through his print presentations .”Utkarsh Mail” his brain child has crossed the frontier of excellence in Journalism all over. Owner / Publisher, Editor all in one Man Mohan Sharma has carved a place of honour both professionally and socially through his ‘Ever ready help at hand ‘ attitude. Yet another publication to his credit is on behavioral spirituality focusing on Intellectual contemplation, Devotional commitment, dutiful conduct The journal ‘Vvavharik Adhyatma has endeared him to the readers far and wide more particularly for receiving ready solution to their day-to-day challenging issues related to emotional maturity.
Beside his journalistic enterprises including a publishing house ‘Auradha Prakashan’’ he is associated with a number of social organizations in “to be counted position”. Social service is his passion.
A spiritual thinker Man Mohan Sharma the recipient of Appreciations & Awards nationally and internationally for his dedication to the cause of public service.Some of these are Adhyatma Bhushan;Commendation from Britain Prime minister ; Rashtra BhASH Ratna ; Adhyatma Gaurav Sampadak Sartaj ; Naitik Sanman and Delhi Gaurav. As founder member he brings along diversified experience for helping the foundation through his leadership profile especially in Project Management.